भारत संतों की भूमि है, सांता की नहीं – नितिन
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VHP जिलाध्यक्ष ने सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा पर दिया जोर, स्कूलों में सेंटा क्लॉज़ बनाने पर चेतावनी
केबीआई| खगड़िया
भारत की पावन भूमि संतों और ऋषि-मुनियों की भूमि है, न कि सांता क्लॉज़ की। यह बात विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जिलाध्यक्ष नितिन कुमार ने नगर के गांधीनगर स्थित श्री हनुमान मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि भारत की धरती श्रीराम, श्रीकृष्ण, श्रीहनुमान और भगवान परशुराम जैसे महान विभूतियों की जन्मभूमि और कर्मभूमि है। राजा भरत, राजा विशाल, दानवीर कर्ण, भक्त रविदास और महर्षि वाल्मीकि ने इस भूमि को अपनी सेवा से गौरवान्वित किया है। नितिन कुमार ने कहा कि इस भूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे महापुरुषों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। ऐसे महान देश में सांता और बंता जैसे प्रतीकों को प्रोत्साहित करना हमारी संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और मूल्यों की शिक्षा दी जानी चाहिए।
तुलसी पूजन का संदेश:
उन्होंने सुझाव दिया कि इस समय प्लास्टिक के पौधों के बजाय तुलसी के पौधे के पूजन को बढ़ावा देना चाहिए। तुलसी न केवल धार्मिक मान्यता में महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी अनमोल हैं।
स्कूलों में चेतावनी:
बजरंग दल के सदस्यों ने कहा कि किसी भी स्कूल में बच्चों को सेंटा क्लॉज़ बनाने के लिए प्रेरित करना अस्वीकार्य होगा। अगर ऐसा पाया गया तो संगठन द्वारा स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की जाएगी।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य:
इस मौके पर जिला कोषाध्यक्ष मनीष गुप्ता, नगर मंत्री संजय कुमार सिंह, नगर संयोजक अभिमन्यु कुमार, अखिलेश कुमार, सुशांत कुमार, जिगर और प्रिंस सहित कई बजरंग दल के सदस्य उपस्थित थे।
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